गुरुवार, अप्रैल 14, 2011

प्रधानमंत्री का एक वोट कोई मायने नहीं रखताः सिंघवी


असम के वोटर होने के बावजूद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के वहां हुए विधानसभा चुनाव में वोट न डालने के पीछे कांग्रेस ने बचकानी दलील दी है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि पीएम के एक वोट के कोई मायने नहीं होते।
गौरतलब है कि असम चुनाव में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के वोट न डालने पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनपर निशाना साधा था। मोदी ने कहा कि पीएम ने अपना फर्ज नहीं निभाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी गुरशरण कौर असम के दिसपुर निर्वाचन क्षेत्र के रजिस्टर्ड वोटर हैं और उनका वोटिंग सेंटर दिसपुर गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल था। लेकिन दोनों ही वोट डालने नहीं पहुंचे।
मोदी के बयान पर कांग्रेस की ओर से पीएम का बचाव करने प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी सामने आए। लेकिन सिंघवी ने इसके पीछे बचकानी और गैरजिम्मेदाराना दलील दी। सिंघवी ने कहा कि विपक्ष अच्छी तरह जानता है कि पीएम के एक वोट के कोई मायने नहीं होते। वहीं प्रधानमंत्री की यात्रा से सुरक्षा से संबंधित कई गंभीर मुद्दे उठते हैं। अस्थिरता पैदा होती है।
पीएम की सुरक्षा का मसला तो ठीक लेकिन सिंघवी का ये कहना कि पीएम के एक वोट के कोई मायने नहीं होते जानकारों को हैरान कर रहा है। लोकतंत्र में जहां एक-एक वोट को कीमती बताया जाता है वहीं सत्तारूढ़ पार्टी का अपने पीएम के वोट को भी बेमतलब बताना न सिर्फ अजीबोगरीब बल्कि लोकतंत्र का अपमान भी है। सवाल ये है कि यदि हर नागरिक ये सोचकर अपने घर बैठ जाए कि उसके वोट से क्या फर्क पड़ेगा तो भारत का पूरा संसदीय ढांचा ही ढह जाएगा।


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