शुक्रवार, अप्रैल 15, 2011

आंध्र के अण्णाओं के आय़ के स्त्रोतों की जांच हो!


 आंध्र प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी के नाम पर नई पार्टी वाईएसआर कांग्रेस बनाने वाले जगनमोहन रेड्डी ने लोकसभा उपचुनाव के लिए अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है। जगन ने अपनीं संपत्ति 365 करोड़ रुपए बताई है। गौर करने वाली बात यह है कि साल 2009 में जब जगन ने 2009 चुनाव के दौरान अपनी संपत्ति मात्र 77 करोड़ रुपए बताई थी।

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी और संसदीय पद से इस्तीफा देने वाले जगन कडप्पा लोकसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रहे हैं। यह चुनाव 8 मई को होना है। जगन ने अब अपनी संपत्ति का ब्यौरा देते हुए खुद को 365 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति का मालिक बताया है।

इसके साथ ही जगन ने तेलुगुदेशम पार्टी के सांसद नामा नागेश्वर राओ की संपत्ति का रिकार्ड भी तोड़ दिया है। नागेश्वर ने आंध्र प्रदेश की खम्माम सीट से नामांकन भरते वक्त अपनी संपत्ति 173 करोड़ रुपए बताई थी।

वहीं जगन ने अपनी पत्नी भारती की संपत्ति का भी ब्यौरा दिया है। भारती के नाम 4133 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति दर्ज है। जगन के नाम पर हैदराबाद, कडप्पा और बैंगलुरु में संपत्तियां तो दर्ज हैं लेकिन मजे की बात यह है कि उनके नाम कोई भी वाहन नहीं है। जगन की संपत्ति का ज्यादातर हिस्सा कंपनियों में बांड और शेयरों के रूप में है। उनके भारती सीमेंट और संदुर पॉवर प्रोजेक्ट में शेयर हैं।

पिछले साल नवंबर में कांग्रेस से अलग हुए जगन ने लोकसभा सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। पिछले महीने ही उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस के नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाई है।

वहीं 365 करोड़ रुपए की संपत्ति का ब्यौरा देने के बाद से ही जगन प्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्ष की तेलुगुदेशम पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। दोनों ही पार्टियां उनके परिवार पर 2004 से 2009 के बीच सत्ता में रहते हुए धन कमाने का आरोप लगा रही हैं।

गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में जब जगन ने एडवांस टैक्स के रूप में 84 करोड़ रुपए का भुगतान किया था तबसे ही टीडीपी उनकी संपत्ति की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रही है। टीडीपी का आरोप है कि जगन की संपत्ति कई हजार करोड़ रुपए में है।

38 वर्षी जगन रेड्डी के आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और अन्य राज्यों में कई पॉवर प्रोजेक्टों और सीमेंट कंपनियों में शेयर हैं। तेलुगु का प्रमुख अखबार साक्षी और इसी नाम का टीवी चैनल भी जगन का ही है।

मजे की बात यह है कि देश के ज्यादातर अमीर सांसद आंध्र प्रदेश से ही हैं। 2009 चुनाव के नामांकन के दौरान कांग्रेसी सांसद एल राजागोपाल ने 100 करोड़ से अधिक और पार्टी के ही अन्य सांसद जी विवेक ने 73 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की थी।
ये तो एक उदाहरण है सत्यम के रामा लिंगम राजू का उदहारण भी हमारे सामने है। आखिर आंध्र में इतना पैसा आता कहा से हैं? इस बात की जांच होनी चाहिए। 

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